केंद्रीय जांच एजेंसी NIA के सामने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का विस्फोटक कबूलनामा
बिश्नोई ने कबूल किया कि कारोबारियों से जबरन उगाही के पैसों से करता है गैंग को ऑपरेट!

जाँच एजेंसी NIA के सामने देश के गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई का कबूलनामा!
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का कबूलनामा!
कबूलनामे में सामने आए लॉरेंस बिश्नोई के टॉप 10 टार्गेट!
बिश्नोई ने कबूल किया कि कारोबारियों से जबरन उगाही के पैसों से करता है गैंग को ऑपरेट!
पिछले साल दिसंबर के आखिर में केंद्रीय जांच एजेंसी NIA के सामने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने अपना कबूलनामा किया।
लॉरेन्स बिश्नोई ने NIA के सामने कबूल किया कि कैसे वो कॉलेज पॉलिटिक्स से जरायम की दुनिया मे आया।
इतना ही नहीं, लॉरेंस बिश्नोई ने कॉलेज लाइफ से लेकर गैंगस्टर तक के सफर में कितने अपराध किये और किस-किस को मौत के घाट उतारा सब कुछ NIA के सामने खुलकर बताया।
इस कबूलनामे में सबसे दिलचस्प और हैरान करने वाली है लौंरेंस बिश्नोई की टॉप टेन टारगेट की लिस्ट।
लॉरेंस बिश्नोई के मुताबिक, 1998 में सलमान खान ने एक फ़िल्म की शूटिंग के दौरान जोधपुर में काले हिरण का शिकार किया था!
काले हिरण को बिश्नोई समाज पूजता है और यही वजह है कि लॉरेंस बिश्नोई सलमान खान को मौत के घाट उतारना चाहता है।
इसके लिए लॉरेंस ने अपने सबसे करीबी संपत नेहरा को सलमान की रेकी के लिए भी मुम्बई भेजा था!
लेकिन संपत को हरियाणा एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया था।
टारगेट नंबर 2- शगुनप्रीत, मैनेजर, सिद्धू मुसेवाला।
शगुनप्रीत सिद्धू मुसेवाला का मैनेजर है!
जोकि उसके एकाउंट संभालता है, लॉरेंस के मुताबिक!
लॉरेंस के बेहद करीबी विक्की मुद्दुखेड़ा के शूटर्स यानी कातिलों को शगुनप्रीत ने खरार में छिपने में मदद की थी।
टारगेट नंबर 3- मनदीप धालीवाल, लक्की पटियाल का गुर्गा।
लॉरेंस बिश्नोई ने NIA को बताया कि वो मनदीप को इसलिए मारना चाहता है!
क्योंकि इसने भी विक्की मुदुखेड़ा के कातिलों को छिपने में मदद की थी, इसने अपने गैंग का नाम thug life भी रखा हुआ है।
टारगेट नम्बर 4- कौशल चौधरी, गैंगस्टर।
लौंरेंस के मुताबिक, कौशल चौधरी मेरा दुश्मन गैंग है और कौशल चौधरी ने भी न सिर्फ विक्की मुद्दुखेड़ा के कातिलों भोलू शूटर, अनिल लठ और सन्नी लेफ्टी को हथियार मुहैया करवाये थे।
टारगेट नम्बर 5- अमित डागर, गैंगस्टर।
लॉरेन्स ने बताया कि विक्की मुद्दुखेड़ा के कत्ल की पूरी साजिश अमित डागर और कौशल चौधरी ने तैयार की थी।
टारगेट नम्बर 6- सुखप्रीत सिंह बुद्धा, बमबिहा गैंग का हेड।
लॉरेन्स ने बताया कि बमबिहा मेरा जानी दुश्मन गैंग है, देवेंद्र बमबिहा की मौत के बाद उसका गैंग सुखप्रीत सिंह ऑपरेट कर रह है। मेरे करीबी अमित शरण की हत्या के पीछे सुखप्रीत सिंह का हाथ है।
टारगेट नम्बर 7- लक्की पटियाल, गैंगस्टर।
लॉरेन्स के मुताबिक, लक्की पटियाल मेरा दुश्मन गैंग है, लक्की के कहने पर ही मेरे करीबी गुरलाल बरार का कत्ल किया गया था, इसने ही विक्की मुद्दुखेड़ा के शूटर्स और रेकी करने वालो को छिपने में मदद की थी।
टारगेट नंबर 8- रम्मी मसाना, गौण्डर गैंग का गुर्गा।
लौंरेंस के मुताबिक, रम्मी मसाना से मुझे अपने मेरे कजिन अमनदीप की हत्या का बदला लेना है वो मेरे दुश्मन गौण्डर गैंग का शार्प शूटर है।
टारगेट नम्बर 9- गुरप्रीत शेखों, गौण्डर गैंग का सरगना।
गुरप्रीत मेरे दुश्मन गौंडर गैंग का सरगना है और इसी ने मेरे कजिन को मारने के लिए रम्मी मसाना को हथियार मुहैया कराए थे।
टारगेट नम्बर 10- भोलू शूटर, सनी लेफ्टी और अनिल लठ , विक्की मुद्दुखेडा के कातिल।
लॉरेन्स बिश्नोई के बताया कि भोलू शूटर, अनिल लठ और सन्नी लेफ्टी ये तीनो मेरे दुश्मन गैंग कौशल चौधरी के शूटर हैं। कौशल के कहने पर ही इन तीनों ने विक्की मुद्दुखेड़ा को मौत के घाट उतारा था।
विक्की मुद्दुखेड़ा के कत्ल का बदला लेने के लिये लॉरेन्स ने सिंतबर/ अक्टूबर 2021 में तीन शूटर्स शाहरुख, डैनी और अमन को सिद्धू मुसेवाला के कत्ल के लिए उनके गांव भेजा था!
गांव में रुकने के लिए उनकी मदद मोना सरपंच और जग्गू भगवानपुरिया ने की थी। लेकिन, बाद में इन शूटर्स ने बताया कि सिद्धू मुसेवाला को मारने के लिए कुछ और शूटर्स को शामिल करना पड़ेगा। इस बीच लॉरेन्स कनाडा में गोलडी बराड़ के सम्पर्क में भी था।
सिद्धू मुसेवाला की हत्या की साजिश तैयार करते वक़्त मैंने हवाला के जरिये 50 लाख रुपये कनाडा में गोलडी बराड़ को भिजवाए थे।
साल 2018 से लेकर 2022 के बीच लौंरेंस ने यूपी के खुर्जा से अपने करीबी गैंगस्टर रोहित चौधरी की मदद से आर्म्स सप्लायर कुर्बान चौधरी @ शहजाद से करीब 2 करोड़ रुपये में 25 हथियार खरीदे थे जिसमें 9 MM की पिस्टल और AK 47 शामिल हैं, इन्ही हथियारों का इस्तेमाल सिद्धू मुसेवाला के कत्ल में हुआ था।
लॉरेन्स बिश्नोई ने NIA के सामने ये भी कबूल किया कि भरतपुर, फरीदकोट व अन्य जेलों में रहते हुए उसने कभी राजस्थान के कारोबारियो, कभी चंडीगढ़ के 10 क्लब मालिको, सभी अम्बाला में मॉल के मालिक, शराब कारोबारियो तो कभी दिल्ली और पंजाब के सटोरियों से करोड़ो रूपये की उगाही की, जेल में इन सभी के फोन नम्बर लौंरेंस को गोलडी बराड़, काला राणा, चंडीगढ़ के क्लब मालिको के गुरलाल बराड़ और काला जेठेडी ने मुहैया करवाये थे। इतना ही नहीं, लौंरेंस ने ये भी कबूल किया कि राजस्थान के कई क्रेशर मालिको और स्टोन कारोबारियो से लॉरेन्स के कहने पर गैगस्टर आंनदपाल के भाई विक्की सिंह और मंजीत सिंह ने पैसे इक्क्ठा किये थे।



