जैन समाज ने समलैंगिंग विवाह के खिलाफ खोला मोर्चा ,राष्ट्रपति को जैन आचार्य शिव मुनि ने लिखा पत्र …
भारत कई और समस्याओं से जूझ रहा है ,ऐसे विषय पर चर्चा की कोई आवश्यकता ही नहीं -शिव मुनि

अब जैन समाज ने भी समलैंगिक विवाह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है…जैन आचार्य शिव मुनि ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिख कर इसका विरोध जताया है… उन्होंने माँग की है कि समलैंगिक विवाह को कानून द्वारा मान्यता न दी जाए… शिव मुनि ने कहा कि ऐसे समय में जब भारत देश कई समस्याओं से जूझ रहा है, ऐसे विषय पर चर्चा की आवश्यकता ही नहीं है… उन्होंने गरीबी उन्मूलन, सभी तक शिक्षा की पहुँच, प्रदूषण मुक्त पर्यावरण और जनसंख्या नियंत्रण को मुख्य समस्या करार दिया।
महान जैनाचार्य शिव मुनि जी महाराज ने #SameGenderMarriage के विरोध में भेजा @rashtrapatibhvn को पत्र … pic.twitter.com/cvnP0Ea1Cs
— Vishva Hindu Parishad -VHP (@VHPDigital) April 28, 2023
जैन आचार्य ने आगे कहा कि ऐसी समस्याओं पर सर्वोच्च न्यायालय ने कोई तत्परता नहीं दिखाई है… उन्होंने भारत को विभिन्न धर्मों, जातियों और उप-जातियों का देश बताते हुए लिखा कि शताब्दियों से जैविक पुरुष एवं जैविक महिला के बीच विवाह की मान्यता रही है, ऐसे में विवाह की संस्था न केवल दो विषम लैंगिकों का मिलन है बल्कि मानव उन्नति से भी संबंधित है… उन्होंने प्राचीन परिभाषाओं का जिक्र करते हुए कहा कि सभी धर्मों में विवाह की यही मान्यता है।



